गोरखपुरः एंटी करप्शन टीम ने बिजली विभाग में तैनात क्लर्क को 22 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है. सिद्धार्थनगर जिले में बिजली विभाग में तैनात सहायक लेखाकार द्वारा बिजली विभाग के ठेकेदार से रिश्वत की मांग की जा रही थी. एंटी करप्शन टीम से उसकी ठेकेदार द्वारा शिकायत के बाद ये कार्रवाई की है. टीम ने पूर्व नियोजित प्लान के तहत ठेकेदार को 22 हजार रुपए के साथ क्लर्क के पास भेजा और उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
गोरखपुर के खोराबार इलाके के इंजीनियरिंग कालेज पुलिस चौकी के पास क्लर्क को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक डीपी रावत ने बताया कि सिद्धार्थनगर में बिजली विभाग में तैनात क्लर्क (सहायक लेखाकार) अवनीश सिंह ने शिकायतकर्ता परशुराम जायसवाल से 22 हजार रुपए घूस की मांग की थी. उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता बिजली विभाग के रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं. उन्होंने 3.5 लाख रुपए का काम किया था. उनके भुगतान का चेक पास करने के लिए सहायक लेखाकार द्वारा घूस मांगी जा रही थी. परशुराम जायसवाल ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की. शिकायतकर्ता ने जब बात की, तो सहायक लेखाकार ने गोरखपुर में मिलने की बात की और टीम ने उसे 22 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया.
महराजगंज के रहने वाले शिकायतकर्ता परशुराम जायसवाल ने बताया कि उन्होंने बिजली विभाग में बिलिंग का काम किया था. जिसमें 13 लाख 18 हजार रुपए उनकी मजदूरी बनी थी. शासन से उसका 25 प्रतिशत रुपया अप्रैल में डिवीजन को मिला था. तभी से वे विभाग का चक्कर लगा रहे हैं. ये लोग दौड़ाते रहे और बाद में पैसे की मांग करने लगे. उन्होंने बताया कि उनके मन में आत्महत्या का विचार तक आया. लेकिन, उन्होंने समाज में बदनामी के डर से इनकी शिकायत करने का फैसला किया. चाय की दुकान पर टीम ने इन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.