1. मुहर्रम माह की 10 तारीख को यौमे आशुरा मनाया जाता है.
2. मुहर्रम की दसवीं तारीख को इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से साल का पहला महीना माना जाता है.
3. इस दिन शहर से लेकर गांवों तक जुलूस और मजसिल निकाले जाते हैं.
4. आज के दिन शिया मुसलमान मजलिस के बाद खुद को यातना देकर मातम मनाते हैं.
5. शिया लोग ज़ंजीरों और छुरियों से खुद को घायल करके भी मातम मनाते हैं.
6. विश्व भर के मुसमान आज के दिन रोजा रखते हैं, मान्यता है कि पैगंबर मोहम्मद ने भी कर्बला की घटना से पहले इसी दिन रोजा रखा था.
7. इमाम हुसैन की शहादत की याद में शिया लोग आग का मातम करते हैं.
8. यौमे आशुरा के दिन सभी मस्जिदों में इमाम हुसैन की शहादत पर विशेष तकरीरें होती हैं.
9. शिया पुरुष काले कपड़े पहन कर और महिलाएं अपनी चूड़ियां तोड़कर मातम मनाती हैं.
10. हुसैन की शहादत को लेकर शिया और सुन्नी समुदाय के बीच कई मतभेद हैं.