
बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर निवासी नवल किशोर राय की मौत पटना एम्स में पिछले दिन मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद अस्पताल ने बुलेटिन जारी कर बताया था कि मृतक मरीज कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित था और उसकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। इसके बाद अस्पताल ने उसका शव जिला प्रशासन को पूरी एहतियात से सौंपा और प्रशासन ने कोरोना मरीज के लिए जारी गाइडलाइन की तहत मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
अब उसी मृतक मरीज नवल किशोर राय की दूसरी जांच रिपोर्ट रविवार को निगेटिव आई है, जिसे लेकर संदेह की स्थिति बन गई है। कहा जा रहा है कि मरीज की जांच रिपोर्ट को क्रॉस चेकिंग के लिए राजेंद्र मेडिकल रिसर्च इंस्टीच्यूट (आरएमआरआइ) भेजा गया था। सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने इसकी पुष्टि की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ऐसा कैसे हुआ, इस बारे में विशेषज्ञों से बात की जाएगी।
बताते चलें कि नवल किशोर राय ने एम्स पटना में भर्ती होने के पहले खुशरूपुर के सेंट्रल हॉस्पिटल, मीठापुर बस स्टैंड स्थित पॉपुलर नर्सिंग होम में भी इलाज कराया था। स्वास्थ्य विभाग ने उसके संपर्क में आए 121 लोगों की जांच कराई थी, जिसमें से सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
वहीं जिला प्रशासन दोनों अस्पतालों में गत 15 दिन में आए मरीज व उनके तीमारदारों समेत करीब 500 लोगों को रडार पर लिए हुए था। उनकी शिनाख्त कर जांच कराने की तैयारी थी, लेकिन इसी बीच निगेटिव रिपोर्ट आ गई।
पटना एम्स के चार चिकित्सकों और दो पारा मेडिकल स्टाफ को भी ट्रॉमा सेंटर में उनके संपर्क में आने के कारण 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया है।
मधेपुरा में कोरोना संदिग्ध की मौत
वहीं सोमवार को मधेपुरा जिले के चौसा में कोरोना संदिग्ध की मौत पर लोग डरे हुए हैं। दिल्ली से लौटे युवक बुखार से पीड़ित था। सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। पीएससी प्रभारी ने रविवार को उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां से उसे भागलपुर भेज दिया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद उसका सैम्पल लिया गया है। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. डीपी गुप्ता ने बताया कि सैम्पल जांच में भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।