TRI DESK: घोरावल के मूर्तिया गांव में बुधवार की दोपहर में दो पक्षों में जमीनी रंजिश को लेकर हुए आपसी विवाद में जमकर खूनी संघर्ष हुआ। वारदात में नौ लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हैं जिनमें तीन लोगों की हालत अधिक गंभीर बनी हुई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक विवाद के दौरान आपस में असलहे से फायरिंग और गड़ासा चलने से कई लोग गंभीर रुप से घायल भी हो गए। इस आपसी विवाद में कई घरों के चिराग बुझ गए तो कई की मांग सूनी हो गई। इस जघन्य वारदात के बाद से ही गांव में मातम पसरा हुआ है।
मामले की जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस ने पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया जहां पर कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों में तीन महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं। ग्रामीणों के अनुसार प्रधान पक्ष और गांव के दूसरे पक्ष को लेकर जमीन का विवाद था। बुधवार की दोपहर असलहों से लैस होकर प्रधान पक्ष जमीन के विवाद के बाद काफी संख्या में लोगों को लेकर कब्जा करने पहुंचा जिसके बाद विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। ग्रामीणों के अनुसार लगभग 90 बीघा जमीन कब्जा करने के लिए 32 ट्रैक्टर में करीब तीन सौ लोग प्रधान के पक्ष में पहुंचे थे। कब्जे के दौरान फायरिंग और मारपीट के बीच देखते ही देखते लाशें बिछ गईं और दर्जन भर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों में दो लोगों को वाराणसी रेफर कर दिया गया है। मामले की जानकारी होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घायलों के बेहतर इलाज के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
मृतकों की सूची : रामचंदर (50) पुत्र लालशाह, राजेश गौड़ (28) पुत्र गोविंद, अशोक (30) पुत्र नन्हकू, रामधारी (60) पुत्र हीरा शाह, महिला का नाम अज्ञात (45) पत्नी नंदलाल, दुर्गावती (42) पत्नी रंगीला लाल, राम सुंदर (50) पुत्र तेजा सिंह, जवाहिर (48) पुत्र जयकरन, सुखवन्ती (40) रामनाथ।
गंभीर रूप से घायलों की सूची : अशाेक गोंड (35) पुत्र हरिवंश, केरवा देवी (50) पत्नी राम प्रसाद, रामधीन (35) पुत्र तेजा सिंह।
मुख्यमंत्री ने प्रभावी कार्रवाई का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र में हुई इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी सोनभद्र को वारदात में गंभीर रुप से घायल हुए लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी करने और दोषियों को पकड़ने के लिए बहुत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर मीरजापुर और एडीजी जोन वाराणसी द्वारा मामले की साझा जांच रिपोर्ट 24 घंटों में मांगी है ताकि इस मामले में जिम्मेदारी तय की जा सके।